जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिए धूप कितनी भी हो समंदर सूखा नही करते

जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिए धूप कितनी भी हो समंदर  सूखा नही करते  


       

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